महाभारतम् — 7.79.1
Original
Segmented
संजय उवाच तावकाः तु समीक्ष्य एव वृष्णि-अन्धक-कुरु-उत्तमौ प्राग् अत्वरञ् जिघांस् तथा एव विजयः परान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तावकाः | तावक | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तु | तु | pos=i |
समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
वृष्णि | वृष्णि | pos=n,comp=y |
अन्धक | अन्धक | pos=n,comp=y |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
उत्तमौ | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=d |
प्राग् | प्राञ्च् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अत्वरञ् | त्वर् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
जिघांस् | जिघांस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
विजयः | विजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |