Original

व्यसृजन्त शरौघांस्ते पाण्डवं प्रति पार्थिवाः ।न चाव्यथत धर्मात्मा वासविः परवीरहा ॥ ६ ॥

Segmented

व्यसृजन्त शर-ओघान् ते पाण्डवम् प्रति पार्थिवाः न च अव्यथत धर्म-आत्मा वासविः पर-वीर-हा

Analysis

Word Lemma Parse
व्यसृजन्त विसृज् pos=v,p=3,n=p,l=lan
शर शर pos=n,comp=y
ओघान् ओघ pos=n,g=m,c=2,n=p
ते तद् pos=n,g=m,c=1,n=p
पाण्डवम् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रति प्रति pos=i
पार्थिवाः पार्थिव pos=n,g=m,c=1,n=p
pos=i
pos=i
अव्यथत व्यथ् pos=v,p=3,n=s,l=lan
धर्म धर्म pos=n,comp=y
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
वासविः वासवि pos=n,g=m,c=1,n=s
पर पर pos=n,comp=y
वीर वीर pos=n,comp=y
हा हन् pos=a,g=m,c=1,n=s