Original

ब्रह्मसूत्रेण बध्नामि कवचं तव पार्थिव ।हिरण्यगर्भेण यथा बद्धं विष्णोः पुरा रणे ॥ ६९ ॥

Segmented

ब्रह्मसूत्रेण बध्नामि कवचम् तव पार्थिव हिरण्यगर्भेण यथा बद्धम् विष्णोः पुरा रणे

Analysis

Word Lemma Parse
ब्रह्मसूत्रेण ब्रह्मसूत्र pos=n,g=n,c=3,n=s
बध्नामि बन्ध् pos=v,p=1,n=s,l=lat
कवचम् कवच pos=n,g=n,c=2,n=s
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
पार्थिव पार्थिव pos=n,g=m,c=8,n=s
हिरण्यगर्भेण हिरण्यगर्भ pos=n,g=m,c=3,n=s
यथा यथा pos=i
बद्धम् बन्ध् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
विष्णोः विष्णु pos=n,g=m,c=6,n=s
पुरा पुरा pos=i
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s