महाभारतम् — 7.69.5
Original
Segmented
अत्र बुद्ध्या समीक्षस्व किम् नु कार्यम् अनन्तरम् अर्जुनस्य विघाताय दारुणे ऽस्मिञ् जन-क्षये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अत्र | अत्र | pos=i |
बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
समीक्षस्व | समीक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नु | नु | pos=i |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
अनन्तरम् | अनन्तरम् | pos=i |
अर्जुनस्य | अर्जुन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विघाताय | विघात | pos=n,g=m,c=4,n=s |
दारुणे | दारुण | pos=a,g=m,c=7,n=s |
ऽस्मिञ् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
जन | जन | pos=n,comp=y |
क्षये | क्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |