महाभारतम् — 7.68.57
Original
Segmented
तस्य अर्जुनः शरैः तीक्ष्णैः कङ्क-पत्त्र-परिच्छदैः न्यपातयत् हयान् शीघ्रम् यतमानस्य मारिष धनुः च अस्य अपरैः छित्त्वा शरैः पार्थो विचक्रमे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तीक्ष्णैः | तीक्ष्ण | pos=a,g=m,c=3,n=p |
कङ्क | कङ्क | pos=n,comp=y |
पत्त्र | पत्त्र | pos=n,comp=y |
परिच्छदैः | परिच्छद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
न्यपातयत् | निपातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
हयान् | हय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
यतमानस्य | यत् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
मारिष | मारिष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपरैः | अपर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
छित्त्वा | छिद् | pos=vi |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पार्थो | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विचक्रमे | विक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |