महाभारतम् — 7.68.4
Original
Segmented
ते निवृत्य पुनः पार्थम् सर्वतः पर्यवारयन् रणे सपत्नाम् निहन् जिगीषन्तम् परान् युधि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
निवृत्य | निवृत् | pos=vi |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
पर्यवारयन् | परिवारय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सपत्नाम् | सपत्न | pos=n,g=m,c=2,n=p |
निहन् | निहन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
जिगीषन्तम् | जिगीष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
युधि | युध् | pos=n,g=f,c=7,n=s |