महाभारतम् — 7.64.1
Original
Segmented
संजय उवाच ततो व्यूढेषु अनीकेषु समुत्क्रुष्टेषु मारिष ताड्यमानासु भेरीषु मृदङ्गेषु नदत्सु च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
व्यूढेषु | व्यूह् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
अनीकेषु | अनीक | pos=n,g=n,c=7,n=p |
समुत्क्रुष्टेषु | समुत्क्रुश् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
मारिष | मारिष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ताड्यमानासु | ताडय् | pos=va,g=f,c=7,n=p,f=part |
भेरीषु | भेरी | pos=n,g=f,c=7,n=p |
मृदङ्गेषु | मृदङ्ग | pos=n,g=m,c=7,n=p |
नदत्सु | नद् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
च | च | pos=i |