महाभारतम् — 7.61.29
Original
Segmented
श्लक्ष्णा मधुर-सम्भाषा ज्ञाति-मध्ये प्रियंवदाः कुलीनाः संमताः प्राज्ञाः सुखम् प्राप्स्यन्ति पाण्डवाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्लक्ष्णा | श्लक्ष्ण | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मधुर | मधुर | pos=a,comp=y |
सम्भाषा | सम्भाषा | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्ये | pos=i |
प्रियंवदाः | प्रियंवद | pos=a,g=m,c=1,n=p |
कुलीनाः | कुलीन | pos=a,g=m,c=1,n=p |
संमताः | सम्मन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
प्राज्ञाः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्स्यन्ति | प्राप् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |