महाभारतम् — 7.61.23
Original
Segmented
काल-प्राप्तम् अहम् मन्ये मा त्वम् दुर्योधन-अतिगाः शमे चेद् याचमानम् त्वम् प्रत्याख्यास्यसि केशवम् हित-अर्थम् अभिजल्पन्तम् न तथा अस्ति अपराजयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
काल | काल | pos=n,comp=y |
प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
मा | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
दुर्योधन | दुर्योधन | pos=n,comp=y |
अतिगाः | अतिग | pos=a,g=m,c=1,n=p |
शमे | शम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
चेद् | चेद् | pos=i |
याचमानम् | याच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्रत्याख्यास्यसि | प्रत्याख्या | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
केशवम् | केशव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हित | हित | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभिजल्पन्तम् | अभिजल्प् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अपराजयः | अपराजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |