महाभारतम् — 7.6.41
Original
Segmented
ते कम्प्यमाना द्रोणेन बाणैः पाण्डव-सृञ्जयाः पुनः पुनः अभज्यन्त सिंहेन इव इतरे मृगाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कम्प्यमाना | कम्प् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
द्रोणेन | द्रोण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,comp=y |
सृञ्जयाः | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
अभज्यन्त | भञ्ज् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
सिंहेन | सिंह | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इव | इव | pos=i |
इतरे | इतर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मृगाः | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=p |