महाभारतम् — 7.59.2
Original
Segmented
संजय उवाच वासुदेवो ऽपि तद् युक्तम् पर्यपृच्छद् युधिष्ठिरम् ततः क्षत्ता प्रकृतयो न्यवेदयद् उपस्थिताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वासुदेवो | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
युक्तम् | युक्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पर्यपृच्छद् | परिप्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
युधिष्ठिरम् | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
क्षत्ता | क्षत्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रकृतयो | प्रकृति | pos=n,g=f,c=2,n=p |
न्यवेदयद् | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
उपस्थिताः | उपस्था | pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part |