महाभारतम् — 7.59.14
Original
Segmented
वासुदेव उवाच स अमरेषु अपि लोकेषु सर्वेषु न तथाविधः शरासन-धरः कश्चिद् यथा पार्थो धनंजयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासुदेव | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | स | pos=i |
अमरेषु | अमर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
न | न | pos=i |
तथाविधः | तथाविध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शरासन | शरासन | pos=n,comp=y |
धरः | धर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
पार्थो | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |