Original

हा वीर दृष्टो नष्टश्च धनं स्वप्न इवासि मे ।अहो ह्यनित्यं मानुष्यं जलबुद्बुदचञ्चलम् ॥ १६ ॥

Segmented

हा वीर दृष्टो नष्टः च धनम् स्वप्न इव असि मे अहो हि अनित्यम् मानुष्यम् जल-बुद्बुद-चञ्चलम्

Analysis

Word Lemma Parse
हा हा pos=i
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
दृष्टो दृश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
नष्टः नश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
pos=i
धनम् धन pos=n,g=n,c=1,n=s
स्वप्न स्वप्न pos=n,g=m,c=7,n=s
इव इव pos=i
असि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
अहो अहो pos=i
हि हि pos=i
अनित्यम् अनित्य pos=a,g=n,c=1,n=s
मानुष्यम् मानुष्य pos=n,g=n,c=1,n=s
जल जल pos=n,comp=y
बुद्बुद बुद्बुद pos=n,comp=y
चञ्चलम् चञ्चल pos=a,g=n,c=1,n=s