Original

वीरसूर्वीरपत्नी त्वं वीरश्वशुरबान्धवा ।मा शुचस्तनयं भद्रे गतः स परमां गतिम् ॥ १७ ॥

Segmented

वीरसूः वीर-पत्नी त्वम् वीर-श्वशुर-बान्धवा मा शुचः तनयम् भद्रे गतः स परमाम् गतिम्

Analysis

Word Lemma Parse
वीरसूः वीरसू pos=n,g=f,c=1,n=s
वीर वीर pos=n,comp=y
पत्नी पत्नी pos=n,g=f,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
वीर वीर pos=n,comp=y
श्वशुर श्वशुर pos=n,comp=y
बान्धवा बान्धव pos=n,g=f,c=1,n=s
मा मा pos=i
शुचः शुच् pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug
तनयम् तनय pos=n,g=m,c=2,n=s
भद्रे भद्र pos=a,g=f,c=8,n=s
गतः गम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
परमाम् परम pos=a,g=f,c=2,n=s
गतिम् गति pos=n,g=f,c=2,n=s