महाभारतम् — 7.38.10
Original
Segmented
घट्टयन्न् इव मर्माणि तव पुत्रस्य मारिष अभिमन्युम् रणे दृष्ट्वा तदा रण-विशारदम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
घट्टयन्न् | घट्टय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
मर्माणि | मर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मारिष | मारिष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अभिमन्युम् | अभिमन्यु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
तदा | तदा | pos=i |
रण | रण | pos=n,comp=y |
विशारदम् | विशारद | pos=a,g=m,c=2,n=s |