Original

अभिमन्युरुवाच ।अहमेतत्प्रवेक्ष्यामि द्रोणानीकं दुरासदम् ।पतंग इव संक्रुद्धो ज्वलितं जातवेदसम् ॥ २४ ॥

Segmented

अभिमन्युः उवाच अहम् एतत् प्रवेक्ष्यामि द्रोण-अनीकम् दुरासदम् पतंग इव संक्रुद्धो ज्वलितम् जातवेदसम्

Analysis

Word Lemma Parse
अभिमन्युः अभिमन्यु pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रवेक्ष्यामि प्रविश् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
द्रोण द्रोण pos=n,comp=y
अनीकम् अनीक pos=n,g=n,c=2,n=s
दुरासदम् दुरासद pos=a,g=n,c=2,n=s
पतंग पतंग pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
संक्रुद्धो संक्रुध् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ज्वलितम् ज्वल् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
जातवेदसम् जातवेदस् pos=n,g=m,c=2,n=s