महाभारतम् — 7.31.39
Original
Segmented
ततो द्रोणो ऽभिसंक्रुद्धो विसृजञ् शतशः शरान् चेदि-पाञ्चाल-पाण्डूनाम् अकरोत् कदनम् महत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
द्रोणो | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभिसंक्रुद्धो | अभिसंक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
विसृजञ् | विसृज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शतशः | शतशस् | pos=i |
शरान् | शर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
चेदि | चेदि | pos=n,comp=y |
पाञ्चाल | पाञ्चाल | pos=n,comp=y |
पाण्डूनाम् | पाण्डु | pos=a,g=m,c=6,n=p |
अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कदनम् | कदन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |