महाभारतम् — 7.31.1
Original
Segmented
संजय उवाच प्रतिघातम् तु सैन्यस्य न अमृष्यत वृकोदरः सो ऽभिनद् बाह्लिकम् षष्ट्या कर्णम् च दशभिः शरैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रतिघातम् | प्रतिघात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
सैन्यस्य | सैन्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
अमृष्यत | मृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वृकोदरः | वृकोदर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभिनद् | भिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
बाह्लिकम् | बाह्लिक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
षष्ट्या | षष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
कर्णम् | कर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
दशभिः | दशन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |