महाभारतम् — 7.22.2
Original
Segmented
संजय उवाच ऋश्य-वर्णैः हयैः दृष्ट्वा व्यायच्छन्तम् वृकोदरम् रजत-अश्वः ततस् शूरः शैनेयः संन्यवर्तत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ऋश्य | ऋश्य | pos=n,comp=y |
वर्णैः | वर्ण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
हयैः | हय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
व्यायच्छन्तम् | व्यायम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
वृकोदरम् | वृकोदर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रजत | रजत | pos=n,comp=y |
अश्वः | अश्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततस् | ततस् | pos=i |
शूरः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शैनेयः | शैनेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संन्यवर्तत | संनिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |