महाभारतम् — 7.2.34
Original
Segmented
संजय उवाच स सिद्धिमन्तम् रथम् उत्तमम् दृढम् स कूबरम् हेम-परिष्कृतम् शुभम् पताकिनम् वात-जवैः हय-उत्तमैः युक्तम् समास्थाय ययौ जयाय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सिद्धिमन्तम् | सिद्धिमत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दृढम् | दृढ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
स | स | pos=i |
कूबरम् | कूबर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हेम | हेमन् | pos=n,comp=y |
परिष्कृतम् | परिष्कृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
शुभम् | शुभ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पताकिनम् | पताकिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वात | वात | pos=n,comp=y |
जवैः | जव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
हय | हय | pos=n,comp=y |
उत्तमैः | उत्तम | pos=a,g=m,c=3,n=p |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
समास्थाय | समास्था | pos=vi |
ययौ | या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
जयाय | जय | pos=n,g=m,c=4,n=s |