महाभारतम् — 7.2.20
Original
Segmented
कर्तास्मि एतत् सत्-पुरुष-आर्य-कर्म त्यक्त्वा प्राणान् अनुयास्यामि भीष्मम् सर्वान् संख्ये शत्रु-सङ्घान् हनिष्ये हतः तैः वा वीर-लोकम् गमिष्ये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कर्तास्मि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
आर्य | आर्य | pos=a,comp=y |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अनुयास्यामि | अनुया | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
सङ्घान् | संघ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
हनिष्ये | हन् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
हतः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वा | वा | pos=i |
वीर | वीर | pos=n,comp=y |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गमिष्ये | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |