महाभारतम् — 7.2.11
Original
Segmented
कर्ण उवाच जगति अनित्ये सततम् प्रधावति प्रचिन्तयन्न् अस्थिरम् अद्य लक्षये भवत्सु स्था इह पातितो रणे गिरि-प्रकाशः कुरु-पुंगवः कथम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
जगति | जगन्त् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अनित्ये | अनित्य | pos=a,g=n,c=7,n=s |
सततम् | सततम् | pos=i |
प्रधावति | प्रधाव् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
प्रचिन्तयन्न् | प्रचिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अस्थिरम् | अस्थिर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
लक्षये | लक्षय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भवत्सु | भवत् | pos=a,g=m,c=7,n=p |
स्था | स्था | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
इह | इह | pos=i |
पातितो | पातय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
प्रकाशः | प्रकाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
पुंगवः | पुंगव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |