Original

संजय उवाच ।दृष्ट्वा तु संनिवृत्तांस्तान्संशप्तकगणान्पुनः ।वासुदेवं महात्मानमर्जुनः समभाषत ॥ १ ॥

Segmented

संजय उवाच दृष्ट्वा तु संनिवृत्तान् तान् संशप्तक-गणान् पुनः वासुदेवम् महात्मानम् अर्जुनः समभाषत

Analysis

Word Lemma Parse
संजय संजय pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
तु तु pos=i
संनिवृत्तान् संनिवृत् pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part
तान् तद् pos=n,g=m,c=2,n=p
संशप्तक संशप्तक pos=n,comp=y
गणान् गण pos=n,g=m,c=2,n=p
पुनः पुनर् pos=i
वासुदेवम् वासुदेव pos=n,g=m,c=2,n=s
महात्मानम् महात्मन् pos=a,g=m,c=2,n=s
अर्जुनः अर्जुन pos=n,g=m,c=1,n=s
समभाषत सम्भाष् pos=v,p=3,n=s,l=lan