महाभारतम् — 7.172.13
Original
Segmented
एवम् उक्तः श्वसन् क्रोधात् महा-इष्वासतमः नृप पार्थेन परुषम् वाक्यम् सर्व-मर्म-घ्नया गिरा द्रौणि चुकोप पार्थाय कृष्णाय च विशेषतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
श्वसन् | श्वस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इष्वासतमः | इष्वासतम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पार्थेन | पार्थ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
परुषम् | परुष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
मर्म | मर्मन् | pos=n,comp=y |
घ्नया | घ्न | pos=a,g=f,c=3,n=s |
गिरा | गिर् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
द्रौणि | द्रौणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
चुकोप | कुप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पार्थाय | पार्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
कृष्णाय | कृष्ण | pos=n,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |
विशेषतः | विशेषतः | pos=i |