महाभारतम् — 7.171.31
Original
Segmented
त्वयि हि अस्त्राणि दिव्यानि यथा स्युः त्र्यम्बके तथा इच्छतो न हि ते मुच्येत् क्रुद्धस्य अपि पुरंदरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
हि | हि | pos=i |
अस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
दिव्यानि | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=p |
यथा | यथा | pos=i |
स्युः | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
त्र्यम्बके | त्र्यम्बक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
इच्छतो | इष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मुच्येत् | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
क्रुद्धस्य | क्रुध् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
अपि | अपि | pos=i |
पुरंदरः | पुरंदर | pos=n,g=m,c=1,n=s |