Original

वासुदेवोऽपि धर्मात्मा करिष्यत्यात्मनः क्षमम् ।उपदेष्टुं समर्थोऽयं लोकस्य किमुतात्मनः ॥ २७ ॥

Segmented

वासुदेवो ऽपि धर्म-आत्मा करिष्यति आत्मनः क्षमम् उपदेष्टुम् समर्थो ऽयम् लोकस्य किम् उत आत्मनः

Analysis

Word Lemma Parse
वासुदेवो वासुदेव pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽपि अपि pos=i
धर्म धर्म pos=n,comp=y
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
करिष्यति कृ pos=v,p=3,n=s,l=lrt
आत्मनः आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
क्षमम् क्षम pos=a,g=n,c=2,n=s
उपदेष्टुम् उपदिश् pos=vi
समर्थो समर्थ pos=a,g=m,c=1,n=s
ऽयम् इदम् pos=n,g=m,c=1,n=s
लोकस्य लोक pos=n,g=m,c=6,n=s
किम् किम् pos=i
उत उत pos=i
आत्मनः आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s