महाभारतम् — 7.167.14
Original
Segmented
गज-स्कन्धेषु संस्यूता नाराचैः चलित-आसनाः शर-आर्तैः विद्रुतैः नागैः हृताः केचिद् दिशो दश
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गज | गज | pos=n,comp=y |
स्कन्धेषु | स्कन्ध | pos=n,g=m,c=7,n=p |
संस्यूता | संसीव् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
नाराचैः | नाराच | pos=n,g=m,c=3,n=p |
चलित | चल् | pos=va,comp=y,f=part |
आसनाः | आसन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शर | शर | pos=n,comp=y |
आर्तैः | आर्त | pos=a,g=m,c=3,n=p |
विद्रुतैः | विद्रु | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
नागैः | नाग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
हृताः | हृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दिशो | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
दश | दशन् | pos=n,g=f,c=2,n=p |