महाभारतम् — 7.166.40
Original
Segmented
किरन् हि शर-जालानि सर्वतो भैरव-स्वरम् शत्रून् निपातयिष्यामि महा-वातः इव द्रुमान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किरन् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
शर | शर | pos=n,comp=y |
जालानि | जाल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
सर्वतो | सर्वतस् | pos=i |
भैरव | भैरव | pos=a,comp=y |
स्वरम् | स्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
निपातयिष्यामि | निपातय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
वातः | वात | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
द्रुमान् | द्रुम | pos=n,g=m,c=2,n=p |