महाभारतम् — 7.164.18
Original
Segmented
दृष्ट्वा द्रोणाय पाञ्चाल्यम् व्रजन्तम् युद्ध-दुर्मदम् यमाभ्याम् तान् च संसक्तान् तद्-अन्तरम् उपाद्रवत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
द्रोणाय | द्रोण | pos=n,g=m,c=4,n=s |
पाञ्चाल्यम् | पाञ्चाल्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
व्रजन्तम् | व्रज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
युद्ध | युद्ध | pos=n,comp=y |
दुर्मदम् | दुर्मद | pos=a,g=m,c=2,n=s |
यमाभ्याम् | यम | pos=n,g=m,c=3,n=d |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
संसक्तान् | संसञ्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपाद्रवत् | उपद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |