महाभारतम् — 7.163.6
Original
Segmented
तद् अस्य अपूजयन् कर्म स्वे परे च एव संयुगे हत-सूत-रथेन आजौ व्यचरद् यद् अभीत-वत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपूजयन् | पूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
स्वे | स्व | pos=a,g=m,c=1,n=p |
परे | पर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
सूत | सूत | pos=n,comp=y |
रथेन | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आजौ | आजि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
व्यचरद् | विचर् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
यद् | यत् | pos=i |
अभीत | अभीत | pos=a,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |