महाभारतम् — 7.163.36
Original
Segmented
तत्र स्म अन्तर्हिताः वाचो व्यचरन्त पुनः पुनः द्रोणस्य स्तव-संयुक्ताः पार्थस्य च महात्मनः विसृज् अस्त्रेषु ज्वालयत्सु दिशो दश
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
अन्तर्हिताः | अन्तर्धा | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
वाचो | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
व्यचरन्त | विचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
द्रोणस्य | द्रोण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्तव | स्तव | pos=n,comp=y |
संयुक्ताः | संयुज् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
विसृज् | विसृज् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
अस्त्रेषु | अस्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
ज्वालयत्सु | ज्वालय् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
दिशो | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
दश | दशन् | pos=n,g=f,c=2,n=p |