महाभारतम् — 7.161.47
Original
Segmented
धृष्टद्युम्नो ऽपि पाञ्चाल्यः प्रविश्य महतीम् चमूम् आससाद रणे द्रोणम् तदा आसीत् तुमुलम् महत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृष्टद्युम्नो | धृष्टद्युम्न | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
पाञ्चाल्यः | पाञ्चाल्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
महतीम् | महत् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
चमूम् | चमू | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आससाद | आसद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
द्रोणम् | द्रोण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तुमुलम् | तुमुल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |