महाभारतम् — 7.161.28
Original
Segmented
पाञ्चालाः तु विशेषेण द्रोण-सायक-पीडिताः समसज्जन्त राज-इन्द्र समरे भृश-वेदना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पाञ्चालाः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तु | तु | pos=i |
विशेषेण | विशेषेण | pos=i |
द्रोण | द्रोण | pos=n,comp=y |
सायक | सायक | pos=n,comp=y |
पीडिताः | पीडय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
समसज्जन्त | संसञ्ज् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
भृश | भृश | pos=a,comp=y |
वेदना | वेदना | pos=n,g=m,c=1,n=p |