महाभारतम् — 7.161.1
Original
Segmented
संजय उवाच त्रि-भाग-मात्र-शेषायाम् रात्र्याम् युद्धम् अवर्तत कुरूणाम् पाण्डवानाम् च संहृष्टानाम् विशाम् पते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
त्रि | त्रि | pos=n,comp=y |
भाग | भाग | pos=n,comp=y |
मात्र | मात्र | pos=n,comp=y |
शेषायाम् | शेष | pos=a,g=f,c=7,n=s |
रात्र्याम् | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अवर्तत | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कुरूणाम् | कुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
संहृष्टानाम् | संहृष् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
विशाम् | विश् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
पते | पति | pos=n,g=m,c=8,n=s |