महाभारतम् — 7.157.44
Original
Segmented
संजय उवाच इति सात्यकये प्राह तदा देवकी-नन्दनः धनञ्जय-हिते युक्तः तद्-प्रिये सततम् रतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इति | इति | pos=i |
सात्यकये | सात्यकि | pos=n,g=m,c=4,n=s |
प्राह | प्राह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तदा | तदा | pos=i |
देवकी | देवकी | pos=n,comp=y |
नन्दनः | नन्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धनञ्जय | धनंजय | pos=n,comp=y |
हिते | हित | pos=n,g=n,c=7,n=s |
युक्तः | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
प्रिये | प्रिय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
सततम् | सततम् | pos=i |
रतः | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |