Original

ततो द्वैरथमानीय फल्गुनं शक्रदत्तया ।न जघान वृषा कस्मात्तन्ममाचक्ष्व संजय ॥ ४ ॥

Segmented

ततो द्वैरथम् आनीय फल्गुनम् शक्र-दत्तया न जघान वृषा कस्मात् तत् मे आचक्ष्व संजय

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
द्वैरथम् द्वैरथ pos=n,g=n,c=2,n=s
आनीय आनी pos=vi
फल्गुनम् फल्गुन pos=n,g=m,c=2,n=s
शक्र शक्र pos=n,comp=y
दत्तया दा pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part
pos=i
जघान हन् pos=v,p=3,n=s,l=lit
वृषा वृषा pos=n,g=f,c=1,n=s
कस्मात् कस्मात् pos=i
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
आचक्ष्व आचक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lan
संजय संजय pos=n,g=m,c=8,n=s