Original

प्रहृष्टमनसं ज्ञात्वा वासुदेवं महाबलम् ।अब्रवीदर्जुनो राजन्नातिहृष्टमना इव ॥ ५ ॥

Segmented

प्रहृः-मनसम् ज्ञात्वा वासुदेवम् महा-बलम् अब्रवीद् अर्जुनो राजन् न अति हृष्ट-मनाः इव

Analysis

Word Lemma Parse
प्रहृः प्रहृष् pos=va,comp=y,f=part
मनसम् मनस् pos=n,g=m,c=2,n=s
ज्ञात्वा ज्ञा pos=vi
वासुदेवम् वासुदेव pos=n,g=m,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
बलम् बल pos=n,g=m,c=2,n=s
अब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
अर्जुनो अर्जुन pos=n,g=m,c=1,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
pos=i
अति अति pos=i
हृष्ट हृष् pos=va,comp=y,f=part
मनाः मनस् pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i