महाभारतम् — 7.155.22
Original
Segmented
कुण्डलाभ्याम् निमाय अथ दिव्येन कवचेन च ताम् प्राप्य अमन्यत वृषा सततम् त्वाम् हतम् रणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कुण्डलाभ्याम् | कुण्डल | pos=n,g=n,c=3,n=d |
निमाय | निमा | pos=vi |
अथ | अथ | pos=i |
दिव्येन | दिव्य | pos=a,g=m,c=3,n=s |
कवचेन | कवच | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
अमन्यत | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वृषा | वृषन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सततम् | सततम् | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
हतम् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |