महाभारतम् — 7.154.44
Original
Segmented
ततो बाणैः आवृणोद् अन्तरिक्षम् दिव्याम् मायाम् योधयन् राक्षसस्य ह्रीमान् कुर्वन् दुष्करम् आर्य-कर्म न एव अमुह्यत् संयुगे सूतपुत्रः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आवृणोद् | आवृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अन्तरिक्षम् | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दिव्याम् | दिव्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
मायाम् | माया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
योधयन् | योधय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
राक्षसस्य | राक्षस | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ह्रीमान् | ह्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कुर्वन् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
दुष्करम् | दुष्कर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
आर्य | आर्य | pos=a,comp=y |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अमुह्यत् | मुह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
सूतपुत्रः | सूतपुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |