महाभारतम् — 7.154.15
Original
Segmented
तद् बाण-धारा-आवृतम् अन्तरिक्षम् तिर्यक्-गताभिः समरे रराज सुवर्ण-पुङ्ख-ज्वलित-प्रभाभिः विचित्र-पुष्पाभिः इव स्रजाभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बाण | बाण | pos=n,comp=y |
धारा | धारा | pos=n,comp=y |
आवृतम् | आवृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
अन्तरिक्षम् | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तिर्यक् | तिर्यञ्च् | pos=a,comp=y |
गताभिः | गम् | pos=va,g=f,c=3,n=p,f=part |
समरे | समर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रराज | राज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सुवर्ण | सुवर्ण | pos=n,comp=y |
पुङ्ख | पुङ्ख | pos=n,comp=y |
ज्वलित | ज्वल् | pos=va,comp=y,f=part |
प्रभाभिः | प्रभा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
विचित्र | विचित्र | pos=a,comp=y |
पुष्पाभिः | पुष्प | pos=n,g=f,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
स्रजाभिः | स्रजा | pos=n,g=f,c=3,n=p |