Original

एवं गते प्राप्तकालं कर्णानीके पुनः पुनः ।भवान्व्यवस्यतां क्षिप्रं द्रवते हि वरूथिनी ॥ २६ ॥

Segmented

एवम् गते प्राप्त-कालम् कर्ण-अनीके पुनः पुनः भवान् व्यवस्यताम् क्षिप्रम् द्रवते हि वरूथिनी

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
गते गम् pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part
प्राप्त प्राप् pos=va,comp=y,f=part
कालम् काल pos=n,g=n,c=2,n=s
कर्ण कर्ण pos=n,comp=y
अनीके अनीक pos=n,g=n,c=7,n=s
पुनः पुनर् pos=i
पुनः पुनर् pos=i
भवान् भवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
व्यवस्यताम् व्यवसा pos=v,p=3,n=s,l=lot
क्षिप्रम् क्षिप्रम् pos=i
द्रवते द्रु pos=v,p=3,n=s,l=lat
हि हि pos=i
वरूथिनी वरूथिनी pos=n,g=f,c=1,n=s