महाभारतम् — 7.148.23
Original
Segmented
यथा विसृज् च अस्य संदधानस्य च आशुगान् पश्यामि जय-विक्रान्तम् क्षपयिष्यति नो ध्रुवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
विसृज् | विसृज् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
संदधानस्य | संधा | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
आशुगान् | आशुग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
जय | जय | pos=n,comp=y |
विक्रान्तम् | विक्रम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
क्षपयिष्यति | क्षपय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
नो | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |