महाभारतम् — 7.148.15
Original
Segmented
ते वध्यमानाः समरे पाञ्चालाः सृञ्जयैः सह तृण-प्रस्पन्दनात् च अपि सूतपुत्रम् स्म मेनिरे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वध्यमानाः | वध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पाञ्चालाः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सृञ्जयैः | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |
तृण | तृण | pos=n,comp=y |
प्रस्पन्दनात् | प्रस्पन्दन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
सूतपुत्रम् | सूतपुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्म | स्म | pos=i |
मेनिरे | मन् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |