Original

तमसा संवृते लोके न प्राज्ञायत किंचन ।कौरवाणां प्रकाशेन दृश्यन्ते तु द्रुताः परे ॥ २० ॥

Segmented

तमसा संवृते लोके न प्राज्ञायत किंचन कौरवाणाम् प्रकाशेन दृश्यन्ते तु द्रुताः परे

Analysis

Word Lemma Parse
तमसा तमस् pos=n,g=n,c=3,n=s
संवृते संवृ pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
pos=i
प्राज्ञायत प्रज्ञा pos=v,p=3,n=s,l=lan
किंचन कश्चन pos=n,g=n,c=1,n=s
कौरवाणाम् कौरव pos=n,g=m,c=6,n=p
प्रकाशेन प्रकाश pos=n,g=m,c=3,n=s
दृश्यन्ते दृश् pos=v,p=3,n=p,l=lat
तु तु pos=i
द्रुताः द्रु pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
परे पर pos=n,g=m,c=1,n=p