महाभारतम् — 7.144.1
Original
Segmented
संजय उवाच नकुलम् रभसम् युद्धे निघ्नन्तम् वाहिनीम् तव अभ्ययात् सौबलः क्रुद्धः तिष्ठ तिष्ठ इति च ब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नकुलम् | नकुल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रभसम् | रभस | pos=a,g=m,c=2,n=s |
युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
निघ्नन्तम् | निहन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
वाहिनीम् | वाहिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अभ्ययात् | अभिया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सौबलः | सौबल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्रुद्धः | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
च | च | pos=i |
ब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |