महाभारतम् — 7.140.39
Original
Segmented
हार्दिक्य-शर-संछिन्नम् कवचम् तत् महात्मनः व्यशीर्यत रणे राजन् तारा-जालम् इव अम्बरात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हार्दिक्य | हार्दिक्य | pos=n,comp=y |
शर | शर | pos=n,comp=y |
संछिन्नम् | संछिद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
कवचम् | कवच | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
व्यशीर्यत | विशृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तारा | तारा | pos=n,comp=y |
जालम् | जाल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अम्बरात् | अम्बर | pos=n,g=n,c=5,n=s |