Original

तस्य शक्तिममेयात्मा पाण्डवो भुजगोपमाम् ।चिक्षेप भरतश्रेष्ठ रथे न्यस्य महद्धनुः ॥ ३१ ॥

Segmented

तस्य शक्तिम् अमेय-आत्मा पाण्डवो भुजग-उपमाम् चिक्षेप भरत-श्रेष्ठ रथे न्यस्य महद् धनुः

Analysis

Word Lemma Parse
तस्य तद् pos=n,g=m,c=6,n=s
शक्तिम् शक्ति pos=n,g=f,c=2,n=s
अमेय अमेय pos=a,comp=y
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
पाण्डवो पाण्डव pos=n,g=m,c=1,n=s
भुजग भुजग pos=n,comp=y
उपमाम् उपम pos=a,g=f,c=2,n=s
चिक्षेप क्षिप् pos=v,p=3,n=s,l=lit
भरत भरत pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
रथे रथ pos=n,g=m,c=7,n=s
न्यस्य न्यस् pos=vi
महद् महत् pos=a,g=n,c=2,n=s
धनुः धनुस् pos=n,g=n,c=2,n=s