Original

प्रकाशितायां तु तथा ध्वजिन्यां द्रोणोऽग्निकल्पः प्रतपन्समन्तात् ।रराज राजेन्द्र सुवर्णवर्मा मध्यं गतः सूर्य इवांशुमाली ॥ १६ ॥

Segmented

प्रकाशितायाम् तु तथा ध्वजिन्याम् द्रोणो अग्नि-कल्पः प्रतपन् समन्तात् रराज राज-इन्द्र सुवर्ण-वर्मा मध्यम् गतः सूर्य इव अंशुमाली

Analysis

Word Lemma Parse
प्रकाशितायाम् प्रकाशय् pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part
तु तु pos=i
तथा तथा pos=i
ध्वजिन्याम् ध्वजिनी pos=n,g=f,c=7,n=s
द्रोणो द्रोण pos=n,g=m,c=1,n=s
अग्नि अग्नि pos=n,comp=y
कल्पः कल्प pos=a,g=m,c=1,n=s
प्रतपन् प्रतप् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
समन्तात् समन्तात् pos=i
रराज राज् pos=v,p=3,n=s,l=lit
राज राजन् pos=n,comp=y
इन्द्र इन्द्र pos=n,g=m,c=8,n=s
सुवर्ण सुवर्ण pos=n,comp=y
वर्मा वर्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
मध्यम् मध्य pos=n,g=n,c=2,n=s
गतः गम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
सूर्य सूर्य pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
अंशुमाली अंशुमालिन् pos=n,g=m,c=1,n=s