Original

ततो दुर्योधनो राजा भारद्वाजेन संवृतः ।अभ्ययात्पाण्डवान्संख्ये ततो युद्धमवर्तत ।घोररूपं महाराज भीरूणां भयवर्धनम् ॥ २ ॥

Segmented

ततो दुर्योधनो राजा भारद्वाजेन संवृतः अभ्ययात् पाण्डवान् संख्ये ततो युद्धम् अवर्तत घोर-रूपम् महा-राज भीरूणाम् भय-वर्धनम्

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
दुर्योधनो दुर्योधन pos=n,g=m,c=1,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
भारद्वाजेन भारद्वाज pos=n,g=m,c=3,n=s
संवृतः संवृ pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
अभ्ययात् अभिया pos=v,p=3,n=s,l=lan
पाण्डवान् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=p
संख्ये संख्य pos=n,g=n,c=7,n=s
ततो ततस् pos=i
युद्धम् युद्ध pos=n,g=n,c=1,n=s
अवर्तत वृत् pos=v,p=3,n=s,l=lan
घोर घोर pos=a,comp=y
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=1,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
भीरूणाम् भीरु pos=a,g=m,c=6,n=p
भय भय pos=n,comp=y
वर्धनम् वर्धन pos=a,g=n,c=1,n=s