Original

धृतराष्ट्र उवाच ।संरब्धं फल्गुनं दृष्ट्वा कालान्तकयमोपमम् ।कर्णो वैकर्तनः सूत प्रत्यपद्यत्किमुत्तरम् ॥ ३५ ॥

Segmented

धृतराष्ट्र उवाच संरब्धम् फल्गुनम् दृष्ट्वा काल-अन्तक-यम-उपमम् कर्णो वैकर्तनः सूत प्रत्यपद्यत् किम् उत्तरम्

Analysis

Word Lemma Parse
धृतराष्ट्र धृतराष्ट्र pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
संरब्धम् संरभ् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
फल्गुनम् फल्गुन pos=n,g=m,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
काल काल pos=n,comp=y
अन्तक अन्तक pos=n,comp=y
यम यम pos=n,comp=y
उपमम् उपम pos=a,g=m,c=2,n=s
कर्णो कर्ण pos=n,g=m,c=1,n=s
वैकर्तनः वैकर्तन pos=n,g=m,c=1,n=s
सूत सूत pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रत्यपद्यत् प्रतिपद् pos=v,p=3,n=s,l=lan
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
उत्तरम् उत्तर pos=a,g=n,c=2,n=s